हिन्दू धर्म मे नारियल को बहुत ही पवित्र माना गया हैं और नारियल त्रिदेवो का प्रतीक हैं। हालांकि सभी प्रकार की पुजा-पाठ के साथ साथ हर मंगल कार्य के शुरू मे नारियल का इस्तेमाल जरूर होता हैं, लेकिन बहुत ही कम लोगो को पता हैं की अगर नारियल को बड़ी ही श्रद्धा के साथ हनुमान जी को अर्पित किया जाए तो यह बहुत ही लाभकार होता हैं। हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार हैं। इधर नारियल भगवान शिव का प्रतीक भी हैं। इसलिए अगर कोई प्रेम भाव के साथ हनुमान जो को नारियल चढ़ाये तो निम्न लाभ हो सकता हैं।
- हनुमान जी संकट मोचन हैं, अगर कोई व्यक्ति प्रत्येक मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी को नारियल अर्पित करता हैं तो उस व्यक्ति के आने वाले सभी कष्ट हनुमान जी दूर कर देते हैं।
- अगर कोई व्यक्ति आर्थिक समस्याओ से परेशान हैं तो उस व्यक्ति को हनुमान मंदिर मे जाकर, लाल वस्त्र मे नारियल को लपेट कर सुंदरकाण्ड के बाद नारियल को हनुमान जी के सामने अर्पित करने से आर्थिक समस्या दूर होती हैं।
- अगर कोई व्यक्ति दफ्तर मे अपने प्रतिद्वंदी से परेशान हैं, तो उस प्रतिद्वंदी को सद्बुद्धि देने के लिए शनिवार के दिन हनुमान जी को नारियल और चमेली का तेल अर्पित करे। आपके समस्त दुश्मन और प्रतिद्वंदी आपसे हर मान जाएंगे और आपके सामने नतमस्तक हो जाएंगे।
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को सेन्दूर अर्पित करने के बाद नारियल चढ़ाये और इसके बाद सुंदरकाण्ड का पाठकरे, ऐसा करने से हनुमान जी सभी मनोकामना पूर्ण करते हैं।
हनुमान जी को शंकर सुवन क्यों कहते हैं
हनुमान जी को शंकर सुवन कहा जाता हैं, बहुत से लोग सुवन का अर्थ पुत्र लगते हैं लेकिन यह गलत हैं, शंकर सुवन का अर्थ यहाँ पर भगवान शिव के अवतार से हैं। हनुमान जी भगवान शिव के रुद्र अवतार हैं। इसलिए हनुमान जी को शंकर शुवन कहा जाता हैं यानि की वह शक्ति जो शंकर की तरह ही हैं।
हनुमान जी को नारियल कब चढ़ाना चाहिए?
हनुमान जी को नारियल मंगलवार और शनिवार को चढ़ाना चाहिए। मंगलवार और शनिवार को नारियल चढ़ाने से जीवन में सफलता और सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
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