सन 2000 के पहले झारखंड बिहार का एक क्षेत्र था। 15 नवंबर 2000 को झारखंड बिहार से अलग होकर भारत का 28वां राज्य बना था और झारखंड की राजधानी रांची को बनाया गया था। किसी भी राज्य को एक मुखिया की आवश्यकता होती है इसलिए झारखंड के पहले राज्यपाल प्रभात कुमार जी के और झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी जी थे। झारखंड में अभी तक वर्तमान राज्यपाल को मिलाकर कल सात राज्यपाल अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
महामहिम राज्यपाल प्रभात कुमार जी का कार्यकाल 15 नवंबर 2000 से लेकर 3 फरवरी 2002 तक रहा है, प्रभात कुमार जी के बाद झारखंड दूसरे राज्यपाल एम.राम जोइस थे।
झारखंड के पहले मुख्यमंत्री कौन थे
झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे जो कि भारतीय जनता पार्टी के नेता थे। बाबूलाल मरांडी का कार्यकाल 15 नवंबर 2000 से लेकर 18 मार्च 2003 तक रहा, बाबूलाल मरांडी के बाद झारखंड के दूसरे मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा थे, अर्जुन मुंडा भी भारतीय जनता पार्टी के नेता है और इनका कार्यकाल 18 मार्च 2003 से लेकर 2 मार्च 2005 तक रहा।
झारखंड के प्रथम शिक्षा मंत्री कौन है
पहले शिक्षा मंत्रालय अलग से नहीं हुआ करता था, शिक्षा मंत्रालय मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत होता था। झारखंड की पहली मानव संसाधन मंत्री नीरा यादव जी हैं जो कि भारतीय जनता पार्टी की विधायक है। इसीलिए यह कह सकते हैं कि झारखंड के प्रथम शिक्षा मंत्री नीरा यादव की थी।
झारखंड के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु
- झारखंड का राजकीय पेड़ साल का पेड़ है
- झारखंड का राजकीय जानवर एवं पशु भारतीय हाथी है।
- झारखंड का राजकीय पक्षी एसियाई कोयल है।
- झारखंड राज्य का राजकीय पुष्प पलाश का फूल है, जीते टेसू का फूल भी कहा जाता हैं।
- झारखंड का उच्च न्यायालय रांची में है यह देश का 21 वां उच्च न्यायालय माना जाता है।
- झारखंड में विधानसभा क्षेत्र की कुल 82 सीट है इन 82 सीटों में 81 पर चुनाव होते हैं तथा एक सीट को मनोनीत किया जाता है
- झारखंड में 14 लोक सभा सीट तथा राज्यसभा की 6 सीटे हैं।
- झारखंड की प्रथम राजकीय भाषा हिंदी है।
- झारखंड का सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर शहर है।
- झारखंड के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र जमशेदपुर, बोकारो, हजारीबाग और धनबाद हैं।
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